हेल्लो दोस्तों, मै सोरव, कैसे हो आप सभी उम्मीद है की आप सभी काफी अच्छे होगे! वैसे आज के समय में स्टडी हमारे लिए काफी जरुरी हो गई है! हर कोई अपना भविष्य बनाने के लिए कोई न कोई सी पढाई करता ही है ! और अगर 12th में हो तो आप को स्कूल के साथ साथ कोचिंग सेण्टर भी जाते है और वहा काफी फीस आप से ली जाती है तो काफी स्टूडेंट ऐसे होते है जो इतनी फीस नही दे पाते है तो यह हमारा ब्लॉग Hindi Learning उनके लिए ही बना हुआ है हम यहा पर सभी विषयों की तेयारी अपने ब्लॉग के जरिए करवाते है जिस से आप को काफी हेल्प मिलेगी तो आज का हमारा जो आर्टिकल है वो जीव विज्ञान कक्षा 12 पर आधारित है जो की एक महत्वपूर्ण टोपिक है और अगर आप government जॉब की भी तेयारी कर उनके लिए यह लेख काफी important है तो आज का हमारा जो पहला टॉपिक होने वाला है पादप कार्यिकी क्या हैं? और पादप कार्यिकी के जनक कौन है?
परिचय
पादप कार्यिक या पादप शरीर क्रिया विज्ञान वनस्पति विज्ञान की वह शाखा है जिसमे पादप (पौधो) के विभिन्न जैविक क्रियाओं का अध्ययन किया जाता है !
जैविक क्रियाएँ क्या होती है?
जैविक क्रियाएँ वो सभी गतिविधियों को कहा जाता है जो पादप शरीर मे भौतिक रासायनिक परिवर्तन होते है इसमे गैसो का आदान प्रदान भी शामिल होता है अर्थात अन्य शब्दों में एक प्रकार से वो सभी क्रियाएँ जो पादपों के शरीर मे उनके जीवन को बचाने व चलाए रखन के लिए जरूरी हो जैविक क्रियाएँ कहलाती है ! जैसै – पाचन श्वसन प्रकाश संश्लेषण आदि
पादप कार्यिकी के जनक कोन है?
स्टिफन हैल्थ (Stephen Hales, 1677-1761) पाप कार्यिकी के जनक कहे जाते है इन्होंने सर्वप्रथम सिद्ध किया कि पादप शरीर निर्माण मे वायू का प्रयोग करते है और इनके टोप (शीर्ष) भाग सबसे जादा सक्रिय (Active) होते है!
पादप कार्यिकी क्यो महत्वपूर्ण है?
पादपो के शरीर के कार्यिकी का पता होना बहुत महत्वपूर्ण है क्यो किइसके अध्ययन से हम पादपों और बेहतर ढंग सै समझ सकते है जो कृषि प्रधान भारत के लिए बहुत महत्व रखता है आइये इसके अन्य लाभ देखे-
- इससे पादप शरीर की क्रियाओ को समझ नै मे सहायता मिलती है जो उसके रोगो को उपचार मे सहयोगी होती है!
- इससे क्रिया के पोधे के शरीर मे महत्व के बारे मे स्टीक आंकलन होता हैं!
- इससे क्रिया के होने का तरीके काज्ञान होता है जो पादप की आवश्यकता के बारे मे हमे ज्ञान कराता हैं!
- इससे पादपो के शरीर पर भोलिको वातावरणीय प्रभावों (जैसै सर्दी पाला औस बर्फ गर्मी) के द्वारा पडने वाले असर का पता चलता हैं!
अन्य जानकारी
हरित क्रांति की सफलता मे पादप कार्यिकी का एक विशेष महत्व रहा है इस शाखा की आधुनिक खोजो के परिणामस्वरूप ही हरित क्रांति सफल हो पाई है !
पादप कार्यिकी से जुड़े एग्जाम में आने वाले प्रश्न
पादप कार्यिकी से जुड़े प्रश्न और उसके उतर आप को दिए गये जो आप काफी हेल्प कर सकता है
पादप कार्यिकी के जनक किसे कहते है
स्टिफन हैल्थ (Stephen Hales, 1677-1761) पाप कार्यिकी के जनक कहे जाते है इन्होंने सर्वप्रथम सिद्ध किया कि पादप शरीर निर्माण मे वायू का प्रयोग करते है और इनके टोप (शीर्ष) भाग सबसे जादा सक्रिय (Active) होते है!
जैविक क्रियाएँ क्या होती है
वो सभी क्रियाएँ जो पादपों के शरीर मे उनके जीवन को बचाने व चलाए रखन के लिए जरूरी हो जैविक क्रियाएँ कहलाती है ! जैसै – पाचन श्वसन प्रकाश संश्लेषण आदि
पादप शरीर क्रिया विज्ञान का ज्ञान किस में आवश्यक है
शस्य -विज्ञान,, घास विज्ञान, उघान विज्ञान आदि मे आवश्यक है!
विभिन्न क्रियाओ को चलने मै किस से उर्जा प्राप्त होती है
श्वसन क्रिया से शरीर को उर्जा प्राप्त होती है!
कोशिका वृद्धि मे कोनसा परिवर्तन होता है
भौतिक व रासायनिक दोनों परिवर्तन होते हैं!
निष्कर्ष
उम्मीद है अब आप को पादप कार्यिकी क्या हैं? और पादप कार्यिकी के जनक कौन है? सभी प्रश्न के उत्तर मिल गये होए और इसके अलावा इस टॉपिक से रिलेटेड आप का कोई जवाब है तो आप हम को कमेंट कर के बता सकते है. और आप को हमारा यह आर्टिकल पसंद आया तो इसको शेयर भी कर दे ताकि और को भी हेल्प मिल सके