नमस्ते दोस्तो मै सौरव आज हम स्वपोषी एवं प्राथमिक उत्पादक क्या हैं के बारे मे चर्चा करने वाले है इससे पिछले आर्टिकल मे हमने पादप कार्यिकी क्या हैं पर चर्चा की थी हमारी यह सीरीज कक्षा 12 के अनुसार चल रही है यह आपकी आगामी परिक्षाओं मे महत्वपूर्ण सिद्ध होगा एवं जो छात्र मेरे कोचिंग संस्थान मे प्रवेश नही ले सकते उनके लिए यह वरदान साबित होगा आशा करता हूँ आपको यह विषय अच्छा लगेगा हमारा प्रयास सरल भाषा मे आपको चीजे सिखाने पर रहता है तो चलिए आइए शुरू करते है आज की चर्चा
स्वपोषी जीव क्या है
वो जीव धारी जो अपना भोजन स्वयं निर्मित करते है वे स्वपोषी कहलाते है अन्य शब्दो मे जो जीव अपने जीवन को चलाने के लिए उर्जा का प्रबंधन स्वय सूर्या या रासायनिक तत्वों से करते है स्वपोषी जीव कहलाते है इनमे सभी हरे पेड पोधे आते है तथा कुछ जीवाणु भी इस श्रेणी मे आते है जो अपना भोजन का निर्माण स्वय कर लेते है! उदाहरण:- हरे पेड पौधै, नीली हरि नेपाल कुछ जीवाणु आदि
स्वपोषण क्या होता है
जीव धारियों द्वारा अपने भोजन बनाने की प्रक्रिया तथा उससे स्वय का पोषण करना स्वपोषण कहलाता है यह एक क्रिया है जिसमे जीव अपने भोजन बनाने से प्रयोग तक की क्रिया को शामिल किया जाता है!
प्राथमिक उत्पादक क्या हैं
वे सभी जीव जो खाद्य श्रृंखला मे पोषक तत्वों का सर्वप्रथम निर्माण (उत्पादन) करते है प्राथमिक उत्पादक की श्रेणी मे आते है ये सभी स्वपोषी जीव हौते है उदाहरण:- सभी हरे पेड पोधे, नीली हरि शैवाल आदि!
स्वपोषी जीवो का खाद्य श्रृंखला में महत्व
- ये प्राथमिक उत्पादक होते है इसलिए खाद्य श्रृंखला यही से शूरू होती है !
- इनके कारण ही पृथ्वी पर अन्य जीवधारी अस्तित्व मे है!
- स्वपोषी मै पादपों की इस प्रक्रिया (प्रकाशसंश्लेषण) के द्वारा वातावरण से CO2 गैस अवशोषण होता है तथा आक्सीजन निकलती है!
- सभी शाकाहारी जीवो का आहार यही होते है!
- सौर उर्जा का परिवर्तन जैव उर्जा मे करने के श्रैय खाद्य श्रृंखला के इसी स्तर को है!
आगामी परिक्षाओं मे आए हुए महतवपूर्ण प्रश्न
आगामी परिक्षाओं मे आए हुए महतवपूर्ण प्रश्न निचे हम ने आप को बताये हुए है
स्वपोषी जीव भोजन किस विधि से बनते है
स्वपोषी जीव भोजन प्रकाशसंश्लेषण विधि से बनते है
प्रकाशसंश्लेषण मे उर्जा कहा से प्राप्त होती हैं?
प्रकाशसंश्लेषण मे उर्जा सूर्य से (सौर उर्जा जिसे जैविक उर्जा में बदलते है) प्राप्त होती हैं
स्वपोषी जीवो का पर्यावरण मे क्या महत्व है
ये वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड का अवशोषण (सोखना) करते है व वातावरण साफ करते है
कार्बन सिंक किसे कहते है
हरे पोधो द्वारा वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को सोखन व वातावरण को शुद्ध करने की प्रक्रिया को कहते हैं
निष्कर्ष
आज हमने आप को बताया है की स्वपोषी एवं प्राथमिक उत्पादक क्या हैं और इसी के साथ इस विषय से जुड़े महत्वपूर्ण प्रशन के बारे में भी बताया है हम उम्मीद करते है की आप स्वपोषी एवं प्राथमिक के बारे में दी गयी जानकारी जरुर समझ में आई होगी हमारे साथ इस टॉपिक पर अंत तक बने रहने के लिए आप का धन्यवाद |