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शब्द-विचार किसे कहते हैं | Shabd Vichar Kise Kahate Hai

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स्वागत है आप सभी का Hindi learnings पर, आपको हमारी इस वेबसाइट पर शिक्षा से जुड़े हुए बहुत सारे लेख सभी विषयो में दिये जाते है जो आपके लिए ज्ञानवर्धक है क्योंकि यहां पर ऐसे लेख अपलोड किए जाते हैं जो आजकल एग्जाम में पूछे जाते हैं आज हम शब्द-विचार किसे कहते हैं के बारे में जानेगे और इसके साथ ही हम इसकी परिभाषा और प्रकार पर भी नजर डालेगे।

शब्द-विचार किसे कहते हैं

शब्द विचार हिंदी व्याकरण का दूसरा खंड है, जिसके तहत शब्द, भेद, खंड, संधि, विच्छेदन, रूपांतरण, निर्माण आदि की परिभाषा से संबंधित नियमों पर विचार किया जाता है।

शब्द की परिभाषा

अक्षरो से बना एक स्वतंत्र समूह जिसका अर्थ होता है, शब्द कहलाता है। जैसे:- लड़का, लड़की आदि।

शब्द विचारों का वर्गीकरण

  • अर्थ के आधार पर
  • बनावट या संरचना के आधार पर
  • प्रयोग के आधार पर
  • उत्पत्ति के आधार पर

अर्थ के आधार पर शब्दों के भेद

अर्थ के आधार पर शब्दों के दो भेद है

  1. सार्थक शब्द
  2. निरर्थक शब्द

सार्थक शब्द:-

जिन शब्दों का कोई अर्थ होता है, वे अर्थपूर्ण शब्द कहलाते हैं। जैसे- गुलाब, आदमी, विषय आदि।

निरर्थक शब्द:-

वे शब्द जिनका कोई अर्थ नहीं होता या जो शब्द अर्थहीन होते हैं, अर्थहीन शब्द कहलाते हैं। जैसे:- देना-वेना, मुक्का-वुक्का आदि।

रचना के आधार पर शब्दों का भेद

रचना के आधार पर शब्दों के तीन भेद है

  1. रूढ़ शब्द
  2. यौगिक शब्द
  3. योगरूढ़ शब्द

रूढ़ शब्द:-

ऐसे शब्द जो एक विशेष अर्थ व्यक्त करते हैं लेकिन खंडित होने पर अर्थहीन हो जाते हैं। ऐसे शब्दों को रूढ़िवादी शब्द कहा जाता है। जैसे- जल, कल, नामजप आदि।

यौगिक शब्द:-

जो शब्द किन्हीं दो अर्थपूर्ण शब्दों के मेल से बनते हैं, यौगिक शब्द कहलाते हैं। इन शब्दों के उपवाक्य भी अर्थपूर्ण हैं। उदाहरण के लिए:-

स्वदेशस्व + देश
देवालयदेव + आलय
कुपुत्रकु + पुत्र

योगरूढ़ शब्द:-

ऐसे शब्द जो किन्हीं दो शब्दों के मेल से बनते हैं और जब बनते हैं तो एक विशेष अर्थ का बोध कराते हैं, वे शब्द योगरुद्ध शब्द कहलाते हैं। उदाहरण के लिए:-

दशाननदस मुखी यानी रावण
पंकजकीचड़ यानी कमल आदि में पैदा हुआ

ऐसे शब्दों के अंतर्गत बहुवृही समास आते हैं।

प्रयोग के आधार पर शब्दों का भेद

प्रयोग के आधार पर शब्द दो प्रकार के होते हैं

  1. विकारी शब्द
  2. अविकारी शब्द

विकारी शब्द:-

जिन शब्दों का रूप लिंग, शब्द, कारक के अनुसार बदलता रहता है, वे शब्द विकारी शब्द कहलाते हैं। उदहारण के लिए:-

लिंगबच्चा पढ़ रहा है।बच्ची पढ़ती है।
शब्दबच्चा सोता है।बच्चे सोते हैं।
कारकबच्चा सोता है।बच्चे को सोने दो।

जैसा कि आप ऊपर दिए गए उदाहरण में देख सकते हैं कि बच्चा वह शब्द है जो लिंग, शब्द और कारक के अनुसार बदल रहा है। इसलिए यह विकारी शब्दों के अंतर्गत आएगा।

अविकारी शब्द:-

जिन शब्दों पर लिंग, शब्द और कारक आदि कोई फर्क नहीं पड़ता और जो अविकारी रहते हैं। ऐसे शब्दों को अविकारी शब्द कहा जाता है। उदाहरण के लिए:- और, धीरे-धीरे, लेकिन, लेकिन, तेज, अधिक आदि।

जैसा कि हम जानते हैं लेकिन लिंग, शब्द कारक आदि बदलने के बाद भी शब्द अविकारी रहेंगे। इसलिए, ये उदाहरण अविकारी शब्दों के अंतर्गत आएंगे।

उत्पत्ति के आधार पर शब्दों के भेद

उत्पत्ति के आधार पर शब्दों के चार भेद है

  1. तत्सम शब्द
  2. तद्भव शब्द
  3. देशज शब्द
  4. विदेशी शब्द 

तत्सम शब्द:-

तत (उसका) + सैम (समान) अर्थात् ऐसे शब्द जो संस्कृत भाषा में उत्पन्न हुए और बिना किसी परिवर्तन के हिंदी भाषा में प्रयोग में आने लगे, ऐसे शब्द तत्सम शब्द कहलाते हैं।  जैसे: फूल, पुस्तक, पृथ्वी, क्षेत्र, कार्य, मृत्यु, कवि, माता, विद्या, नदी, फल, अग्नि, पुस्तक आदि।

तद्भव शब्द:-

ऐसे शब्द जो संस्कृत भाषा से उत्पन्न हुए हैं, लेकिन हिंदी में अपना रूप बदल चुके हैं, ऐसे शब्दों को तद्भव शब्द कहा जाएगा।

संस्कृत भाषा के शब्दहिंदी भाषा में
दूग्धदूध
अग्णीआग
कार्यकाम
कर्पुरकपूर
हस्तहाथ

देशज शब्द:-

भारत की विभिन्न स्थानीय बोलियों से जो शब्द हिंदी में आए हैं, उन्हें देशज शब्द कहा जाता है। जैसे:- पेट, बॉक्स, लोटा, पगड़ी, बैग, इडली, डोसा, समोसा, चमचम, गुलाब जामुन, लड्डू, दस्तक, खिचड़ी आदि।

ऊपर दिए गए सभी उदाहरण भारत की विभिन्न स्थानीय बोलियों के बीच क्षेत्रीय प्रभाव, परिस्थितियों और आवश्यकताओं के कारण प्रचलित हो गए हैं। ये अब हिंदी में हैं। इसलिए इन शब्दों को देशज शब्द कहा जाएगा।

विदेशी शब्द:-

ऐसे शब्द जो भारत के बाहर की भाषाओं से हैं लेकिन हिंदी में वैसे ही प्रयोग किए गए हैं जैसे वे हैं, वे शब्द विदेशी शब्द कहलाते हैं। यह मुख्य रूप से विदेशी जातियों के साथ हमारे बढ़ते जुड़ाव के कारण है। ये विदेशी शब्द उर्दू, अरबी, फारसी, अंग्रेजी, पुर्तगाली, तुर्की, फ्रेंच, ग्रीक आदि भाषाओं से आए हैं।

निम्नलिखित विदेशी शब्दों के उदाहरण हैं:-

विदेशी भाषायेंभाषाओं के शब्द
अंग्रेजीकॉलेज, पेंसिल, रेडियो, टेलीविजन, डॉक्टर, लेटरबॉक्स, पेन, टिकट, मशीन, सिगरेट, साइकिल आदि।
फारसीअनार, चश्मा, जमींदार, दुकान, दरबार, नमक, नमूना, बीमार, बर्फ, रूमाल, आदमी, तस्कर, आदि।
अरबीबच्चा, अमीर, हत्या, कलम, कानून, पत्र, फकीर, रिश्वत, महिला, कैदी, मालिक, गरीब आदि।
तुर्कीकैंची, चाकू, तोप, बारूद, लाश, निरीक्षक, बहादुर आदि।
पुर्तगालीअचार, अल्पाइन, कार्ट्रिज, फ्लावरपॉट, चाबी, तिजोरी, तौलिया, फीता, साबुन, तंबाकू, कॉफी, शर्ट, आदि।

निष्कर्ष

आज के इस लेख में हमने आपको शब्द-विचार किसे कहते हैं के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी है अगर आप को इस आर्टिकल में दी गयी जानकारी पसंद आई है तो इसको अपने दोस्तों के साथ जरुर शेयर करे हमारे इस लेख में आखिर तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।

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