नमस्कार दोस्तों। हम आपका हमारी वेबसाइट पर स्वागत करते हैं। तो दोस्तों आज हम हिंदी भाषा में सबसे आम और महत्वपूर्ण बात के बारे में बात करने जा रहे हैं और वह है स्वर कितने प्रकार के होते हैं। दोस्तों अगर आप UPTET, CTET, HTET, BTC, DELED, SUPERTET, या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे होंगे तो आप जानते है की परीक्षाओं में हिंदी विषय का उतना ही स्थान है जितना अन्य विषयो का है। इसीलिए हिंदी की महत्वपूर्णता को देखते हुए हम आपके लिए अपनी वेबसाइट Hindi Learning पर हिंदी के स्वर और उनके प्रकार के पाठ का विस्तृत रूप से अध्ययन प्रदान कर रहे हैं।
स्वर क्या होता हैं
स्वर वे ध्वनियाँ हैं जिनका उच्चारण किसी अन्य वर्ण की सहायता के बिना किया जा सकता है। स्वर कहलाते है
स्वर कितने प्रकार के होते हैं?
आज तक लिखित हिंदी भाषा के पारंपरिक तरीके के अनुसार कुल 13 स्वर हैं। इन 13 स्वर में 2 अनुस्वर (अं, अः), एक अर्ध अनुस्वार (ऋ) और 10 स्वर (अ, आ, इ, ई, उ, ऊ,ए,ऐ,ओ,औ) माने गए हैं। हिंदी भाषा में कुल 11 स्वर हैं जिनमें अर्ध अनुस्वार जोड़ा जाता है और अनुस्वार नहीं जोड़ा जाता है। उच्चारण के आधार पर स्वर को 6 खंडों में विभाजित किया गया है जोकी निम्नलिखित प्रकार है:
- मात्रा के आधार पर
- तालु की स्थिती के आधार पर
- ओष्ठ आकृति के आधार पर
- जीभ के प्रयोग के आधार पर
- जीह्वा पेशियों के तनाव के आधार पर
- उच्चारण स्थान के आधार पर
मात्रा के आधार पर स्वर कितने प्रकार के होते हैं?
उच्चारण के आधार पर स्वरों की बात करें तो क्रमागत रूप सें स्वर 3 प्रकार के होते हैं और वे इस प्रकार हैं-
ह्रस्व स्वर
इसम कोई अतिरिक मात्र नाही होती। ह्रस्व स्वर एक ऐसे स्वर हे जिन्हे उच्चारणे के लिये बहुत कम वक्त लगता हैं। उदा.
अ | इ | उ | ऋ |
दीर्घ स्वर
जिसका उच्चारण करने में ह्रस्व स्वर से अधिक समय लगता है, दीर्घ स्वर कहलाता है। दीर्घ स्वरों की मात्राओ की संख्या 2 हैं। उदा.
आ | ई | ऊ | ए | ऐ | ओ | औ |
प्लूत स्वर
जिन स्वरों को बिना रुके आसानी से उच्चारण किया जा सकता है, ऐसे स्वर को प्लूत स्वर कहा जाता है। उदा.
अ | आ | ई | ऊ | ए | ऐ | ओ | औ |
तालु के आधार पर स्वर कितने प्रकार के होते हैं?
तालु की स्थिती के आधार पर स्वर चार प्रकार के होते हैं और वो हैं।
संवृत स्वर
संवृत स्वर को बंद स्वर भी कहा जाता है, संवृत स्वर के प्रकार हैं: उदा.
इ | ई | उ | ऊ | ऋ |
अर्धसंवृत स्वर
अर्धसंवृत स्वर का अर्थ है, अर्ध रूप से बंधित स्वर। इसके प्रकार हैं: उदा.
ए | आर | ओ |
विव्रीत स्वर
विव्रीत स्वर को साधारण रूप में खुला स्वर कहा जाता है। इसका अर्थ है, किसी स्वर का उच्चारण आसानी से करना है। जैसे:
आ |
अर्धविव्रीत स्वर
अर्धविव्रीत स्वर का उच्चारण करना विव्रित स्वर की तुलना में थोड़ा मुश्किल होता है, परंतु इसका भी उच्चारण काफी सरलता से हो जाता है, इसके प्रकार है:
अ | ऐ | औ |
ओष्ठ के आकार के आधार पर स्वर के कितने प्रकार हैं?
ओष्ठ के आकार के आधार पर दों प्रकार के स्वर है और वो हैं-
वृत्ताकार स्वर
वृत्ताकर स्वर वे स्वर हे जिंके उच्चारण में होठों का आकार खुलता हैं। उदा:
उ | ऊ | ओ | औ |
अवृत्ताकर स्वर
अवृत्ताकर स्वर वे स्वर हैं जिंके उच्चारण के वक्त होठ वृत्ताकर आकार में नही खुलते है उन स्वरों को अवृत्ताकर स्वर कहा जाता हैं। उदा:
अ | आ | इ | ई | ऋ | ए | ऐ |
जीभ के प्रयोग के आधार पर कितने प्रकार के स्वर होते हैं?
जीभ के प्रयोग के आधार पर कुल तीन प्रकार के स्वर हैं और वे इस प्रकार हैं-
अग्र स्वर
जिन स्वरों का उच्चारण करते समय मानव जीभ का अग्र भाग क्रियाशील हो उन्हें अग्र स्वर कहते हैं। उदा:
इ | ई | ए | ऐ | ऋ |
मध्य स्वर
जब स्वरों का उच्चारण करते वक्त मानव जीभ का मध्य भाग क्रियाशील हो उन स्वरों मध्य स्वर कहते हैं। उदा:
अ |
पश्च स्वर
जिन स्वरों का उच्चारण करते वक्त मानव जीभ का पश्च यानि पिछला भाग क्रियाशील हो उन्हें पश्च स्वर कहते हैं। उदा:
आ | उ | ऊ | ओ | औ |
जीह्वा पेशियों के तनाव के आधार पर स्वर के कितने प्रकार होते है?
जीह्वा पेशियों के तनाव के आधार पर 2 स्वर के प्रकार हैं और वो हैं-
शिथिल स्वर
जिन स्वरों का उच्चारण करते वक्त जीह्वा पेशियों को तनाव नही पडता उन स्वरों को शिथिल स्वर कहते हैं। उदा:
अ | इ | उ |
कठोर स्वर
जिन स्वरों का उच्चारण करते वक्त जीह्वा पेशियों को तनाव पडता हैं उन स्वरों को कठोर स्वर कहते हैं । उदा:
आ | ई | ऊ |
उच्चारण स्थान के आधार पर स्वर कितने प्रकार का होता हैं?
इसके आधार पर स्वरों को निम्न प्रकार से उनके उच्चारण स्थान बांटा गया है :
कंठ | तालु | मूर्धा | ओष्ठ | नासिका | कंठ + तालु | कंठ + ओष्ठ |
---|---|---|---|---|---|---|
अ | इ | ऋ | उ | अं | ए | ओ |
आ | ई | ऊ | ऐ | औ | ||
अः |
निष्कर्ष
तो आशा है दोस्तों आपको हमारा लेख स्वर कितने प्रकार के होते हैं पढ़कर समझ गया होगा और इस टॉपिक से जुड़ी सारी समस्याएं आपकी खत्म हो गयी होगी। अधिक जानकारी के लिये हमारे साथ एसे ही बने रहीए।